एक बेहद दिलचस्प अंतर-तारकीय (हमारे सौर मंडल के बाहर का) धूमकेतु या पुच्छल तारा
वर्तमान में हमारे सौरमंडल में सूर्य के बेहद नजदीक है (इस रविवार को यह लगभग 30
करोड़ किलोमीटर दूर था) और 28 दिसम्बर 2019 को यह पृथ्वी के बेहद नजदीक से गुजरेगा.
इस पुच्छल तारे का नाम है कॉमेट 2I बोरिसोव (Comet 2I/Borisov) या C/2019 Q4 बोरिसोव . यह शौकिया
अन्तरिक्ष खोजी गेनादी बोरिसोव के द्वारा 30 अगस्त 2019 को खोजा गया था. इसका
परिक्रमा पथ बेहद लम्बा है जिससे यह बात तय है कि यह सौरमंडल के बाहर से आ रहा है
जहाँ सूर्य का प्रभुत्व नहीं चलता.
प्रेक्षण से प्राप्त जानकारी के अनुसार बोरिसोव का एक छोटा परन्तु चमकदार सिर
या मुख्य भाग है तथा अभी इसकी पूँछ धुंधली सी है तथा धरातल लाल रंग लिया हुआ है. जैसे
ही यह सूर्य से होकर गुजरेगा – बर्फ और धूल का वाष्पीकृत गुबार से बढ़ा इसका तापमान
इसकी चमक को और वृद्धि प्रदान करेगा और यह बेहतर ढंग से नजर आएगा. अभी यह 33 किलोमीटर
प्रति सेकंड की रफ़्तार से गतिमान है.
एक सम्भावना यह भी है कि यह सूर्य के गुरुत्व तथा विकिरण से शायद टुकड़े-टुकड़े
हो जाए क्योंकि इसका आकार काफी छोटा है लगभग 2-16 किलोमीटर एक छोर से दुसरे छोर तक और इसकी पूँछ लगभग
1,50,000 किलोमीटर लम्बा.
अब भविष्य ही बतायेगा कि सौर मंडल के बहार से आया यह पिंड हमारी समझ को विकसित
करेगा या नष्ट होकर इतिहास हो जाएगा.
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