शनि – अद्भुत वलयों से सुशोभित सौर मंडल का सबसे सुन्दर
ग्रह (मेरे लिए तो हमारी वसुधा) अब और भी शानदार हो चला है. वैज्ञानिकों ने इसके
20 नए साथियों यानि चंद्रमाओं की खोज की घोषणा की है. इस खोज के साथ ही शनि के
ज्ञात चंद्रमाओं की संख्या 82 हो गयी है और अब वह महाग्रह बृहस्पति से आगे निकल
गया है जिसके वर्तमान तक 79 ज्ञात उपग्रह हैं. इसके पहले पिछले ही वर्ष 12 नए
चंद्रमाओं के साथ बृहस्पति का कद और ऊँचा हो गया था.
ग्रह से काफी दूर स्थित इन बाह्य चंद्रमाओं के साथ अब इसके
आस-पास का घेरा चंद्रमाओं से समृद्ध लगने लगा है तो वहीँ कई और नए चंद्रमाओं की
उपस्थिति की संभावना भी बढ़ गयी हैं. इन नए चंद्रमाओं की खोज के साथ सौर मंडल के
निर्माण की प्रारंभिक अवस्था में ग्रहों और अन्य पिंडों के मध्य होने वाले टक्करों
को समझने और चंद्रमाओं के निर्माण की प्रणालियों को समझने में बेहतर मदद मिलेगी,
विशेषकर गैसीय दानव ग्रहों की स्थिति में, क्योंकि इन्हीं ग्रहों के पास उपग्रहों
का समृद्ध भण्डार है अन्यथा आतंरिक चार ग्रहों के पास कुल 3 ही चाँद हैं जिनमें से
2 (बुध और शुक्र) उपग्रह विहीन हैं.
ये नए चाँद केवल 3 मील चौड़े हैं और बेहद धुंधले नजर आते हैं.
फिर भी सौभाग्यवश वे हवाई के मौना केया ज्वालामुखी पर लगे खोजी सुबारू टेलिस्कोप की
नजरों में आ गए. मुश्किल से दिखने वाले इन चंद्रमाओं की खोज में लगभग 15 वर्ष लग
गए. वैज्ञानिक स्कॉट एस. शेप्पर्ड और उनके साथी इसकी खोज में 2004 से प्रयासरत रहे
थे. अत्याधुनिक कंप्यूटर और यंत्रों से इतने वर्ष तक एकत्रित चित्रों और डाटा के
अध्ययन से इन नए पड़ोसियों का पता चला.
इन खोजे गए 20 उपग्रहों में से 17 उपग्रह शनि के घूर्णन के
विपरीत दिशा में परिक्रमा करते हैं और शेष 3 ग्रह की दिशा में. शेप्पर्ड और उनके
साथियों का विश्वास है कि ये चन्द्रमा सौरमंडल में शनि के नजदीक पहुंचे किसी वृहद्
पिंड के टुकड़े है जिसे शनि ने अपने गुरुत्व में कैद कर लिया था. कालांतर में
अनेकों टक्करों से यह पिंड छोटे छोटे पिंडों के रूप में विखंडित हो गया और यहीं इन
बाह्य चंद्रमाओं के निर्माण का कारण रहा होगा. वैसे भी वैज्ञानिकों के अनुसार सौर
मंडल की प्रारंभिक अवस्था में ऐसे टक्कर आम बात रही होगी.
ख़ास बात शेप्पर्ड और उनके साथियों ने इन 20 चंद्रमाओं के
नामकरण के लिए जनता से सुझाव मांगे हैं. आप भी इस प्रतियोगिता में भाग लेकर नाम
सुझा सकते हैं और शायद आपका दिया नाम इतिहास में दर्ज हो जाए. अंतिम तिथि है – 6 दिसम्बर
2019.
नाम देने के लिए @SaturnLunacy पर TWIT कीजिये Twitter से, और साथ ही यह बताएं कि आपने यह नाम क्यों चुना
जल्दी कीजिये फिर...
No comments:
Post a Comment
इस लेख और ब्लॉग के सम्बन्ध में आपके मूल्यवान विचारों का स्वागत है -
----------------------------------------------------------------------------------------------