Wednesday, August 8, 2018

सौरमंडल के बाहर 44 नए ग्रह (Exoplanets) खोजे गए



अकल्पनीय विस्तार वाले अन्तरिक्ष को माप पाना नामुमकिन है, परन्तु हमारे वैज्ञानिक लगातार इस संभव और असंभव के अंतराल को कम करने हेतु प्रयासरत हैं. सौरमंडल के बाहर लगातार होती नवीन खोजों की श्रृंखला में जापान की टोक्यो विश्व-विद्यालय (Tokyo University) के शोधकर्ताओं ने एक साथ 44 नए बाह्य-ग्रहों (Exo-Planets) की ऐतिहासिक खोज कर डाली है. 8 अगस्त 2018 को खोजकर्ताओं द्वारा प्रदत्त जानकारी के अनुसार टोक्यो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने नासा के केप्लर (Kepler Space Telescope) और यूरोपियन अन्तरिक्ष संस्थान के गाइया (Gaia Space Telescope) अन्तरिक्षीय दूरदर्शी (Space Telescope) की सहायता से इन बाह्य ग्रहों की खोज करने में सफलता प्राप्त की है.

एक ही बार में खोजे गए इन ग्रह-समूहों से ग्रह के निर्माण की प्रक्रिया को समझने में सहायता मिलेगी जिससे हमारे सौरमंडल के निर्माण के प्रति हमारी समझ और बेहतर होगी. इन शोधकर्ताओं को यकीन है कि वे इन बाह्यग्रहों के वातावरण तथा उनमें जीवन की संभावनाओं का अध्ययन कर इन ग्रहों के बारे में ज्यादा जानकारियाँ प्राप्त कर सकने में सफल होंगे.
उन्होंने इन ग्रहों से सम्बंधित कुछ विशेष बातें उजागर की हैं, जैसे –
1.    इन खोजे ग्रहों में अधिकाँश का आकार (16 ग्रहों का) हमारी पृथ्वी के समकक्ष हैं. वहीँ केवल 1 ग्रह शुक्र इतना बड़ा प्राप्त हुआ है.
2.    इनमें से 4 ग्रह तो अपने सितारे के इतने नजदीक हैं और तीव्र गति से उसकी परिक्रमा कर रहे हैं कि वे हमारे 24 घंटे से भी कम समय में अपने सितारे की एक परिक्रमा पूर्ण कर लेते हैं. दुसरे शब्दों में वहाँ हमारे 1 दिन से भी कम समय में पूरा 1 साल व्यतीत हो जाता है. पूर्व में ये माना जाता रहा था कि ऐसे विशेष ग्रह बहुत कम होंगे, परन्तु इस खोज से इस बात की पुष्टि हुयी है कि अनंत ब्रम्हांड में ऐसे ग्रहों की संख्या काफी अधिक भी हो सकती है.

अत्याधुनिक तकनीक और अन्तरिक्ष में स्थित अन्वेषण केन्द्रों, उपग्रहों और दूरदर्शी यंत्रों की सहायता से अन्तरिक्ष अन्वेषण लगातार विकास कर रहा है. आश्चर्य नहीं अगर किसी दिन हम अपने अन्तरिक्षीय पड़ोसियों से इन ग्रहों पर मिल पाएं.

उम्मीद ही सफलता की पहली सीढ़ी है. है ना!!!

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