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14 युवा आकाशगंगाओं का महाविलय (SPT2349-56) |
अनंत अन्तरिक्ष को निहारते हुए और उसके रहस्यों के कौतुहल में डूबे हुए हमारे
अन्तरिक्ष वैज्ञानिकों ने आकाशगंगाओं का एक दुर्लभ जखीरा देख लिया है. अध्ययन के
मुताबिक यह घटना अरबों वर्ष पूर्व के समय से है, जब हमारा ब्रम्हांड अपने वर्तमान
उम्र का संभवतः 10 प्रतिशत ही था. इस दृश्य में 14 युवा आकाशगंगाएं नजर आ रही हैं
जो संभवतः ब्रम्हांड के सबसे विशाल संरचना का निर्माण कर रही है.
अंतर्राष्ट्रीय शोधकर्ताओं के एक दल ने अत्याधुनिक शक्तिशाली दूरबीन से इन
तप्त आकाशगंगाओं को खोज निकाला है जो एक-दूसरे की ओर आकर्षित होकर झुक रही है और
विलय के लिए तैयार है. यह विलय आकाशगंगाओं का एक समूह तैयार करेगा जो अंत में एक
अत्यधिक विशाल आकाशगंगा का निर्माण करेंगे(या शायद कर चुके हों, ध्यान रहे कि जो
दृश्य हम अभी देख रहे हैं वो अरबों वर्ष पूर्व की घटना से उत्सर्जित प्रकाश के
कारण है, याने हम अभी जो देख रहे हैं वो अरबों वर्ष पूर्व का दृश्य है, वर्तमान
स्थिति कैसी होगी ये केवल अनुमान लगाया जा सकता है)
इतने विशाल आकाशगंगा की उसके निर्माण की अवस्था में खोज एक शानदार घटना है
जिससे समस्त वैज्ञानिक जगत अभिभूत है. खासतौर पर इसलिए क्योंकि वैज्ञानिकों के
अनुसार ब्रम्हांड के इतने शुरूआती दौर में इतनी सारी आकाशगंगाओं का आपस में विलय हमारे
ब्रम्हांड के निर्माण के कई सारे सिद्धांतों को चुनौती दे सकता है.
यह समूह जिसका नाम वैज्ञानिकों ने SPT2349-56 रखा है, हमसे लगभग 12.4 अरब प्रकाशवर्ष दूर है. एक
प्रकाशवर्ष, प्रकाश के द्वारा एक वर्ष में चली गयी दूरी होती है जो लगभग 94,61,00,00,00,000 किलोमीटर है. अब इस
दूरी का अनुमान लगाना भी नामुमकिन है. इस समूह की सभी 14 आकाशगंगाएं अभी अन्तरिक्षीय
धूल से भरी हुयी हैं और बेहद तेज गति से तारों का निर्माण कर रही हैं – इतनी तेज
की अभी हमारी आकाशगंगा में तारों के निर्माण से यह गति 1000 गुनी ज्यादा तेज है. इनका अनुमानित आकार हमारी आकाशगंगा से तीन गुणा
ज्यादा है.
इस निर्माण के अध्ययन से ब्रम्हाण्ड के प्रारंभिक स्वरुप और उसके निर्माण के चरणों
के बारे में और ज्यादा जानकारी मिल पाएगी, तब तक इस शानदार दृश्य का आनंद लीजिये
और अनोखे अन्तरिक्ष की कभी न ख़त्म होने वाले गहराई में डूब जाइए.
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