
में इस सिद्धांत को समझने का मौका प्रदान करती है.
मेरे पास यह किताब अपने मूल हिंदी अनुवाद में सुरक्षित है. वर्त्तमान एडिशन गुणाकर मुले द्वारा प्रस्तुत है तथा मूल किताब में अल्बर्ट आइंस्टीन की जीवनी का समावेश किया गया है.
राजेश भाई द्वारा एक और नेक सराहनीय प्रयास इस पुस्तक को शेयर करके किया गया है.
इस पुस्तक को काफी समय पहले पढ़ा था।
ReplyDeleteबहुत अच्छी पुस्तक है। बहुत सरल भाषा में लिखी गई है।