भारत से होड़ या अपना वजूद बनाने का प्रयास
भारत के अन्तरिक्षीय क्षेत्र में नित नयी उपलब्धियों ने पडोसी देश पाकिस्तान की शायद नींद उड़ा दी है, शायद इसलिए वित्तीय समस्या और अत्यधिक कमजोर अर्थव्यवस्था का शोक मनाने वाला यह देश जल्द ही अपना अन्तरिक्ष यात्री भेजने पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रहा है. इस कार्य में उसकी मदद कर रहा है ड्रैगन यानि की चीन. भारत की बढ़ती अंतर्राष्ट्रीय साख से विचलित ये दोनों देश इस वर्ष के पूर्व में भी आपसी सहयोग से पाकिस्तान के दो उपग्रहों को स्थापित कर चुके हैं.
पाकिस्तान के सूचना प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने विगत दिनों इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए कहा की जल्दी ही वर्ष 2022 में उनका देश चीन के सहयोग से पाकिस्तानी अंतरिक्ष यात्री को अन्तरिक्ष में भेजेगा. ज्ञात हो कि जल्द ही पाकिस्तान के नव-निर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान का चीन दौरा प्रस्तावित है और उनके नेतृत्व में मंत्रिमंडल की बैठक में इस योजना पर सहमती भी हो चुकी है.
इस सम्बन्ध में पाकिस्तान की अन्तरिक्ष संस्था अंतरिक्ष एवं बाह्य वातावरण शोध आयोग (The Space and Upper Atmosphere Research Commission - SUPARCO) और एक चीनी कंपनी के बीच पहले ही करार किया जा चुका है।
जहाँ तक रही बात चीन के मानव अभियान की तो चीन ने 2003 में पहली बार अपने किसी अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजा था। इसी के साथ रूस एवं अमेरिका के बाद वह स्वतंत्र रूप से मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान पूरा करने वाला दुनिया का तीसरा देश बन गया था।
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