Saturday, August 5, 2017

सूर्य के अन्दर तक जाएगा नासा का सोलर प्रोब



यह मानव इतिहास की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से शायद एक होगी। नासा अगले साल अंतरिक्ष यान को सूरज पर ले जाने की तैयारी में है। सूरज की यह यात्रा मानव सभ्यता की पहली यात्रा होगी। नासा ने इसे लेकर घोषणा करते हुए कहा है कि 2018 की गर्मियों में इस अंतरिक्ष यान को लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है।


सोलर प्रोब प्लस सूरज की सतह में 40 लाख मील अंदर तक यानी बिल्कुल सौर वातावरण तक जाएगा। ऐसी स्थिति में यान को जितनी ज्यादा गर्मी और विकिरण का सामना करना होगा उतना आज तक किसी भी मानव-निर्मित चीज ने नहीं किया होगा। इस प्रॉजेक्ट का उद्देश्य सूरज के बाहरी हिस्से का अध्ययन करना है।

सोलर प्रोब सूरज की सतह के 62 लाख किलोमीटर के दायरे में चक्कर लगाएगा और लगभग 1377 डिग्री सेल्सियस तापमान का सामना करेगा। नासा के मुताबिक अबतक कोई भी यान जितना नजदीक पहुंचा है उससे 7 गुना अधिक नजदीक यह यान जाएगा। पिछली बार 1976 में हिलियस-2 नाम का अंतरिक्ष यान सूरज के पास पहुंचा था। तब इस यान की सूरज से दूरी 430 लाख किलोमीटर थी।

नासा ने एक बयान में कहा कि स्पेसक्राफ्ट सूरज के बाहरी वातावरण का अध्ययन करेगा। इससे मिली जानकारियों से दशकों पुराने उस सवाल का हल मिलेगा कि तारे कैसे काम करते हैं। इस सोलर प्रोब प्लस को सूरज के ताप से बचान के लिए इसमें स्पेशल कार्बन कंपोजिट हीट शिल्ड लगाई गई है। इस हीट शिल्ड की मोटाई 11.43 सेमी है।

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