Saturday, February 1, 2014

अन्तरिक्ष में भ्रमण (स्पेस वाक) कैसे किया जाता है?

स्पेस वाक करता अंतरिक्ष यात्री
अन्तरिक्ष में भ्रमण जेट प्रणोदन (जेट प्रोपल्शन) बैक पैक की प्रौद्योगिकी युक्ति पर आधारित है. जब एक गैस का जेट एक वस्तु से निष्कासित किया जाता है तो वह न्यूटन के सिद्धांत के अनुसार विपरीत दिशा में गति करता है. बैक पैक में 24 नाइट्रोजन प्रणोदक द्वारा ऊर्जा दी जाती है. प्रत्येक प्रणोदक में एक किलोग्राम से कम प्रणोद होता है. 

ये यूनिट के चारों ओर स्थित होते हैं जिससे किसी भी दिशा में गति की जा सकती है. इस यूनिट का भार लगभग 150 किलोग्राम होता है. जब यान चालक अन्तरिक्ष यान से बाहर निकलता है तो वह 28 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की तेज गति से उड़ रहा होता है. मानव युक्ति यूनिट को संरचनात्मक भुजाओं पर धारण किया जाता है और यह दो नियंत्रकों के प्रयोग से वांछित उपयोग में आती है. 

दक्षिण हस्त नियंत्रक उंचाई पर अधिकार करने, गति में परिवर्तन करने तथा पिच व किसी स्थिर बिन्दु के चारों ओर चक्कर लगाने के लिए प्रयोग किया जाता है. वाम हस्त नियंत्रक एक स्थान से दुसरे स्थान तक जाने के लिए काम में आता है.

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