Tuesday, August 13, 2013

अरूण (युरेनस)


अरूण (युरेनस) सूर्य से क्रम में सांतवा तथा आकार में हमारे सौरमंडल का तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है. ग्रीक मिथकों में युरेनस स्वर्ग का राजा माना जाता है.

युरेनस पहला ग्रह है जिसे आधुनिक काल में खोजा गया था. इसकी खोज का श्रेय विलियम हर्शेल को जाता है जिन्होंने १३ मार्च १७८१ को इसे अपनी शक्तिशाली दूरबीन से खोजा था. इसे कभी कभी हर्शेल के पुच्छल तारे के नाम से भी पुकारा जाता है. वैसे १६०० के करीब भी युरेनस को देखा गया था परन्तु तब इसे असमान में विचरते लाखों तारों में से एक समझ कर ध्यान नहीं दिया गया था.

युरेनस का घूर्णन अक्ष सौर मंडल में अनोखा है. अन्य सभी ग्रह लम्बवत घूर्णन करते हैं वहीँ युरेनस अपने अक्ष के सामानांतर घूर्णन करता है, दुसरे शब्दों में यह लेता हुआ है और लुढ़कते हुए अपनी परिक्रमा कर रहा है. इस स्थिति के कारण इसके विषुवतीय क्षेत्र के बदले ध्रुवों को सूर्य से सीधी किरने प्राप्त होती है परन्तु आश्चर्यजनक तौर से इसका विषुवतीय क्षेत्र ज्यादा गर्म है. इसका कारण फिलहाल तक अज्ञात है.


युरेनस की संरचना में अन्य गैसीय महाकाय ग्रहों की तरह हाइड्रोजन और हीलियम की प्रचुरता है. परन्तु यह केवल वातावरण तक ही है. धरातलीय संरचना में ये एक चट्टानी ग्रह की तरह है जिसमे चट्टान के साथ विभिन्न प्रकार की बर्फ भी उपस्थित है.

अन्य गैसीय ग्रहों की तरह युरेनस में भी बादल बहुत तेज गति से गमन करते हैं तथा इसमें भी वलय पाए ग्रह हैं जो एक समय केवल शनि की विशिष्ट पहचान माने जाते थे. वोएजर ने इसके वलयों का विस्तृत अध्ययन किया है तथा साथ ही इसके पूर्व ज्ञात चंद्रमाओं के अतिरिक्त दस नए चन्द्रमा खोजे थे. वर्तमान में युरेनस के २७ उपग्रह ज्ञात हैं. इन उपग्रहों के नाम परंपरागत तौर पर ग्रीक या रोमन मिथक पर ना रखकर शेक्सपीयर तथा अलेक्जेंडर पोप की रचनाओं के किरदारों पर रखे गए हैं.

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